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  • Category: Books & reference
  • Published by: Saurabh Kudesia
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श्रीमद्भगवद्गीता

श्रीमद्भगवद्गीता एक परम रहस्यमय ग्रन्थ है, जिसमें संपूर्ण वेदों का सार संग्रह किया गया है। इसकी सुन्दर और सरल संस्कृत को थोड़ा अभ्यास करने से समझा जा सकता है, परन्तु इसके गंभीर आशय का अंत आजीवन अभ्यास करते रहने पर भी नहीं आता। शांत और एकाग्रचित्त होकर श्रद्धा-भक्ति सहित विचार करने से इसके प्रत्येक पद में परम रहस्य भरा हुआ प्रत्यक्ष प्रतीत होता है। श्रीमद्भगवद्गीता का एक भी शब्द सदुपदेश से खाली नहीं है। श्री वेदव्यास जी ने महाभारत में गीताजी का वर्णन करने के उपरान्त कहा है— 'गीता सुगीता कर्तव्या किमन्यैः शास्त्रविस्तरैः। या स्वयं पद्मनाभस्य पद्मनाद्विनिः सृता।।' 'गीता सुगीता करने योग्य है, अर्थात श्रीगीताजी को भली प्रकार पढ़कर अर्थ और भावसहित अन्तःकरण में धारण कर लेना मुख्य कर्तव्य है, जो कि स्वयं पद्मनाभ भगवान श्रीविष्णु के मुखारविन्द से निकली हुई है; (फिर) अन्य शास्त्रों के विस्तार से क्या प्रयोजन है?' यह चिंतन का विषय है कि मोह के कारण क्षात्र धर्म से विमुख होकर भिक्षा के अन्न से निर्वाह करने के लिए तैयार हुए अर्जुन ने जिस गीता के उपदेश से आजीवन गृहस्थ में रहकर अपने कर्तव्य का पालन किया, उस गीता शास्त्र का कभी किसी के लिए उलटा परिणाम किस प्रकार हो सकता है? कल्याण की इच्छा वाले मनुष्यों को उचित है कि मोह-त्याग कर अतिशय श्रद्धा-भक्तिपूर्वक अपने बच्चों को अर्थ और भाव के साथ श्रीगीताजी का अध्ययन कराएँ। स्वयं भी इसका पठन और मनन करते हुए भगवान की आज्ञानुसार साधन करने में समर्थ हो जाएँ क्योंकि अतिदुर्लभ मनुष्य शरीर को प्राप्त होकर अपने अमूल्य समय का एक क्षण भी दु:खमूलक क्षणभंगुर भोगों के भोगने में नष्ट करना उचित नहीं है। अपना कल्याण चाहने वाले नर-नारियों को उचित है कि वे भक्त वर अर्जुन को आदर्श मानकर अपने में अर्जुन जैसे दैवी गुणों का अर्जन करते हुए श्रद्धा-भक्ति पूर्वक गीता का श्रवण, मनन, अध्ययन करें एवं भगवान के आज्ञानुसार यथायोग्य तत्परता के साथ साधन में लग जाए। 'श्रीमद्भगवद्गीता' देव भाषा संस्कृत में भगवान श्रीकृष्ण के श्री-मुख से निकले अमृत-तुल्य गीता के अमूल्य श्लोकों को हिंदी में भावार्थ सहित विंडोज8 पर सुलभ उपलब्ध कराने का सौरभ कुदेशिया का एक तुच्छ प्रयास है। अनुवाद सौजन्य: गीता प्रेस गोरखपुर। अन्य अनुवादित संस्करण भी बाजार में उपलब्ध है।

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31 comment



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17 May 2017

This is what I was looking for


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16 April 2017

Excellent,


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11 November 2016

Perfect,no adds,keep it up


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22 May 2016

Good job


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9 March 2016

Many thanks from depth of the heart on behalf of all Geeta loving fellows. We salute you for this great divine work & we proud you sir !! Pls keep it up & spread the preaching of Sri Lord Krishna across the human being of this world that is need of the time !!! Jai Sri Krishna !!!


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19 December 2015

Precisely translated and stable program. Must have app for all !


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12 December 2015

App is amazing, so clear and error free sanskrit words . Great job done , keep it up bro 😊


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10 December 2015

V nice app...must download


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21 September 2015

Jai shri Krishna


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3 July 2015

Nice app. A pocket guide to help you in your day to day app. Many thanks to developers.

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